Amritpal Singh Lok Sabha Chunav: समर्थकों के साथ अमृतसर के एक थाने पर धावा बोलने वाला अमृतपाल सिंह अब संसद पहुंचना चाहता है. पिछले साल की घटना के बाद उसे गिरफ्तार किया गया था और कई महीनों से वह असम की डिब्रूगढ़ जेल में बंद है. ‘वारिस पंजाब दे’ संगठन के प्रमुख पर रासुका यानी राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत केस दर्ज है. हालांकि कानून कहता है कि अगर सजा नहीं हुई है तो जेल में रहते हुए कोई भी चुनाव लड़ सकता है. वह जेल से ही नामांकन भरकर प्रतिनिधि से भेज सकता है.
खडूर साहिब से लड़ेगा लोकसभा चुनाव
कट्टरपंथी सिख उपदेशक अमृतपाल सिंह के वकील ने दावा किया है कि अमृतपाल सिंह पंजाब की खडूर साहिब सीट से निर्दलीय लोकसभा चुनाव लड़ेगा. अमृतपाल के पिता तरसेम सिंह ने कहा कि वह आज अपने बेटे से मिलने जा रहे हैं, उसके बाद ही इस पर कुछ बोलेंगे. हालांकि उन्होंने जोर देकर कहा कि अमृतपाल सिंह ने शुरुआत में राजनीति में आने को लेकर कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई थी.
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अमृतपाल सिंह के वकील राजदेव सिंह खालसा ने दावा किया कि उन्होंने बुधवार को डिब्रूगढ़ जेल में उपदेशक से मुलाकात की और उनसे चुनाव लड़ने का अनुरोध किया.
खालसा ने कहा, ‘मैंने डिब्रूगढ़ केंद्रीय जेल में भाई साहब (अमृतपाल सिंह) से मुलाकात की. मैंने उनसे अनुरोध किया कि ‘खालसा पंथ’ के हित में उन्हें इस बार संसद सदस्य बनने के लिए खडूर साहिब से चुनाव लड़ना चाहिए.' खालसा ने दावा किया, ‘भाई साहब ने पंथ के हित में मेरा अनुरोध स्वीकार कर लिया... वह एक निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ेंगे.’
‘वारिस पंजाब दे’ संगठन के प्रमुख अमृतपाल सिंह को पिछले साल अप्रैल में गिरफ्तार किया गया था और उसके खिलाफ सख्त राष्ट्रीय सुरक्षा कानून लगाया गया था. अमृतपाल अपने 9 सहयोगियों के साथ फिलहाल डिब्रूगढ़ जेल में है.
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